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झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (जेएसपीसीबी) और सेंटर फॉर एनवायरनमेंट एंड एनर्जी डेवलपमेंट (सीड) के संयुक्त तत्वाधान में दो-दिवसीय (27-28 मार्च) कांफ्रेंस ‘कन्वर्जिंग बेस्ट प्रैक्टिस टू अचीविंग क्लीन एयर’ का आयोजन किया गया।कांफ्रेंस का मुख्य उद्देश्य वायु प्रदूषण जैसे पयार्वरणीय और विकासात्मक चुनौतियोंके समिुचत समाधान के लिए पारस्पिरक सहयोग को बढ़ाना और राज्य में स्वच्छ वायु गुणवत्ता के लिए सामूहिक प्रयासों को बल देना था।

कांफ्रेंस के पहले दिन प्रमुख सरकारी एजेंसियों, रांची नगर निगम, जमशेदपुर नगर निगम और धनबाद नगर निगम के अधिकारियों ने इन तीनों शहरों के लिए राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत बने क्लीन एयर एक्शन प्लान के क्रियान्वयन की प्रगित, इससे जुड़े बेस्ट प्रैक्टिस और सफलताओं से अवगत कराया। कांफ्रेंस के दूसरे दिन एयर क्वालिटी से जुड़े तकनीकी सत्र के अलावा छात्रों के द्वारा मिशन लाइफ की विभिन्न थीम पर क्विज, स्किट एवं भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर श्री वाई के दास, सदस्य-सचिव, झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बताया कि “नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत राज्य के तीन शहरों – रांची, जमशेदपुर, और धनबाद के लिए बने क्लीन एयर एक्शन प्लान का क्रियान्वयन हो रहा है। इसी परिपेक्ष्य में राँची, जमशेदपुर और धनबाद के नगर निगमों द्वारा स्वच्छ वायु प्रबंधन के लिए उठाए जा रहे बेस्ट प्रैक्टिसेज और सोल्यूशंस की प्रस्तुति हुई। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा अन्य छह शहरों जैसे रामगढ़, हजारीबाग, चाईबासा, साहिबगंज, पाकुड़ और दुमका के लिए भी क्लीन एयर एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है केंद्र सरकार के मिशन लाइफ के तहत स्वच्छ पयार्वरण के लिए सततशील जीवनशैली अपनाने पर जोर दिया गया है और बोर्ड इस पर जागरूकता फ़ैलाने और लोगों की सहभागिता के लिए ठोस कदम उठा रहा है ताकि  राज्य में स्वस्थ हवा को सुनिश्चित किया जा सके।”

कांफ्रेंस के पहले और दूसरे दिन के विभिन्न सत्रों को श्री सत्येन्द्र कुमार (म्युनिसिपल कमिश्नर, धनबाद नगर निगम), श्री नवनीत कुमार (स्टेट अबर्न डेवलेपमेंट एजेंसी), श्री संजय कुमार श्रीवास्तव (असिस्टेंट साइंटिफिक ऑफिसर, जेएसपीसीबी), श्री राघव झा (केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड), डॉ सोमराज चक्रवर्ती (असिस्टेंट जनरल मैनेजर, सेल), डॉ मनीष कुमार (डायरेक्टर,रिसर्च एंड डेवलपमेंट, सीड), श्री बासुदेव गंगोपाध्याय (असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज़), श्री शिबोज्योति दत्ता (हेड – एनवायरनमेंट सेंटर फॉर एक्सीलेंस, टाटा स्टील),डॉ तनुश्री भट्टाचार्य (बीआइटी मेसरा) आदि ने भी संबोधित किया।

कायर्क्रम के बारे में सीड में प्रोग्राम मैनेजर सुश्री ऋचा झा ने बताया कि एयर क्वालिटी को बेहतर करने की योजना एवं समाधानों में नागिरकों को पूरी प्रक्रिया से जोड़ा जाना ज़रूरी है। बड़े बदलाव की शुरुआत छोटे मगर अहम् प्रयासों से होती है। हम सभी को स्वच्छ हवा और सततशील परिवेश के लिए मिशन लाइफ के अनुरूप सक्रिय रूप से काम करने की आवश्यकता है।

कांफ्रेंस में प्रस्तुत किए गए बेस्ट प्रैक्टिसेज और सोल्यूशंस को अन्य ज़िलों में भी अपनाने पर ज़ोर दिया गया।विभिन्न तकनीकी सत्रों में निष्कर्ष के रूप में जो तथ्य सामने आये उनमें पॉल्यूशन हॉटस्पॉट की पहचान और उसी अनुरूप स्थानीय समाधान, एयर मॉनिटरिंग स्टेशंस की संख्या बढ़ाना, हेल्थ इम्पैक्ट स्टडी करना और मिशन लाइफ पर जागरूकता का प्रसार करना प्रमुख थे।

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